Poem on Rose Flower in Hindi गुलाब पर कविता
फूलों का राजा हूं में
नेहरू का प्यारा हूं में
कांटों में हूं पलता
रहता हूं हर समय खिलता
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फूलों का राजा हूं में
नेहरू का प्यारा हूं में
कांटों में हूं पलता
रहता हूं हर समय खिलता
देवों के सिर चढ़ शोभा पाता
मस्ती में झूमता हूं रहता
लूट जाने पर भी खुशबु है देता
मुझ से ही बनती है गुलुकंद
मस्ती में झूमता हूं रहता
लूट जाने पर भी खुशबु है देता
मुझ से ही बनती है गुलुकंद
अगर करोगे मुझ से प्यार
अपना अस्तित्व भी दूंगा वार
मुझसे प्यार करलो यार
यहां रहना दो दिन चार (लेखक - वीरेन्द्र शर्मा)
गुलाब एक सुंदर पुष्प होता है वह अपनी सुंदरता की वजह से लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करता है इसलिए इस फूल को दुनिया भर में खूबसूरत फूलों में जाना जाता है। दुनिया भर में इस की 100 से भी अधिक प्रजातियां पाई जाती है। एशिया महादीप में इसकी सबसे अधिक प्रजातियां पाई जाती है जबकि अन्य देश जैसे यूरोप , उत्तर अमरीका और अफ्रिका में इसकी कई सारी प्रजातियां मिलती है। भारत में भी गुलाब की खेती की जाती है जो कई लोगों की जीविका का साधन है जिससे इस फूल की खेती करके अपना जीवन यापन करते हैं।अपना अस्तित्व भी दूंगा वार
मुझसे प्यार करलो यार
यहां रहना दो दिन चार (लेखक - वीरेन्द्र शर्मा)
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