Saturday, June 30, 2018

Chand poem in Hindi, Chand par Kavita

Chand poem in Hindi


Chand poem in Hindi for children 


तू है कितना सुंदर

जैसे कोई चांदी का पत्थर

 हर कोई तुमसे तुलना करता

दे चांदनी तू
सबके मन को हरता

कभी छोटा कभी बड़ा हो जाता

कभी खाली कभी पूरा भर जाता

तू अपना काम है करते रहता।

क्या ठंडी -गर्मी तुझे नहीं लगती

तू हमसे हैं कोसों दूर

पर रहता पास हमेशा

आज मुझे बता दे तू

वहां है कैसा

अकेले भूखे प्यासे

तुझे क्या मन लगता है वहां

तेरे मम्मी -पापा बता है कहाँ

अगर होता पंख मेरे पास

तो चला आता तेरे पास

और बनाकर दोस्त तुझे

रखता सदा  अपने पास।

लेखक -प्रभाकर कुमार


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EssayOnline.in - इस ब्लॉग में हिंदी निबंध सरल शब्दों में प्रकाशित किये गए हैं और किये जांयेंगे इसके इलावा आप हिंदी में कविताएं ,कहानियां पढ़ सकते हैं

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