Saturday, August 22, 2020

Poem on Grandmother in Hindi - Dadi Maa par kavita

 Poem on Grandmother in Hindi - Dadi Maa par kavita 

मेरी दादी थी
कितनी प्यारी
में थी उनकी
राज दुलारी
घर में कितनी रौनक थी
न जाने कहां गुम हो गयी सारी
बस दादी -दादी कहते रहते
हम बच्चे अब
उसकी आवाज़ सुनने
को तरसते रहते हैं
हर पल आखरी
सांस तक लुटाती रहती
हम सब पर प्यार
पर छोड़ गयी वह अकेला
टूट गया खुशियों का मेला
याद है उस दिन बहुत रोये थे
हम सब उठ न दादी
रट लगा रहे थे
सब घर पर दादी -दादी करते
बीत गयी वह सुबह
दादी हमसे दूर हो गयी
उसकी बातें हैं साथ
लेखक - रिचा भारती 

SHARE THIS

Author:

EssayOnline.in - इस ब्लॉग में हिंदी निबंध सरल शब्दों में प्रकाशित किये गए हैं और किये जांयेंगे इसके इलावा आप हिंदी में कविताएं ,कहानियां पढ़ सकते हैं

0 comments: